अयोध्या फैसले को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के बयान के बाद बरेली शरीफ के नाम से जानी जाने वाली आला हज़रत दरगाह ने इस फैसले का विरोध किया है। आईएमसी अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने एआईएमपीएलबी को आड़े हाथों लेते हुए खूब खरी-खोटी सुनाई और कहा कि ‘बोर्ड अब मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड नही रह गया बल्कि वो पर्सनल बोर्ड हो गया है’। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर पुनर्विचार याचिका दाखिल हुई तो देश में दंगे-फसाद होंगे।
अयोध्या फैसले के मसले और एआईएमपीएलबी के रिव्यू पिटीशन के बयान पर आईएमसी अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले के जरिये हिंदुस्तान के तनाव, नफ़रतों, दंगे फसाद के माहौल को दफन करने की कोशिश की और तकरीबन वो नफरतें दफन हो चुकी हैं।
एक विवाद खत्म हो गया लेकिन पुनर्विचार याचिका की बात करके मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पुनर्विचार याचिका के जरिये एक बार फिर से उसी नफरत भरे माहौल, दंगे-फसाद के माहौल को पुनर्जीवित करने का काम करेंगे’।