उर्दू के साथ भेदभाव बंद करे गहलोत सरकार : वेलफे़यर पार्टी
" *वेलफे़यर पार्टी ऑफ़ इंडिया ( WPI ) ने कलक्ट्री पर विरोध प्रदर्शन कर जि़ला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन* "
कोटा, दिनांक 18.11.2020 । वेलफे़यर पार्टी ऑफ़ इंडिया कोटा इकाई ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा उर्दू भाषा के साथ किए जा रहे अन्याय के विरोध में आज कोटा कलक्ट्री पर जंगी प्रदर्शन किया । प्रदर्शन के दौरान गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी़ की गई । प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार पर जानबूझकर प्रदेश से उर्दू भाषा समाप्त करने की साजि़श करने का आरोप लगाया । प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए *वेलफे़यर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सैफुल्लाह खा़न* ने कहा कि कांग्रेस का फा़सीवादी चहरा जनता के सामने आ गया है । उन्होंने कहा कि 5 साल पूर्व विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने सत्ता में आने पर उर्दू के साथ न्याय करने सहित मदरसा पैराटीचरों को नियमित करने की भी बात कही थी परंतु सत्ता में आते ही अपने वादों से मुकर रही है । प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने पंहुचें *तहरीक ए उर्दू राजस्थान* के *को कन्वीनर जा़किर हुसैन* ने कहा कि स्टाफिंग पैटर्न के नाम पर प्रदेश भर के विद्यालयों से उर्दू को समाप्त करने का षड़यंत्र किया जा रहा है जिसके खि़लाफ़ व्यापक आंदोलन चलाया जाएगा । *वेलफे़यर पार्टी ऑफ़ इंडिया* के *जि़लाध्यक्ष आसिफ़ हुसैन* ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि उर्दू किसी एक मज़हब की ज़बान नहीं बल्कि देश की भाषा है । इसे नुकसान पंहुचाने की बात करना मतलब देश को नुक़सान पंहुचाना है । उन्होंने राज्य सरकार से प्रदेश के राजकीय प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तृतीय भाषा उर्दू, सिंधी व पंजाबी के शिक्षण को पूर्व की तरह यथावत रखने की मांग की जहां किसी भी कक्षा में किसी भी भाषा के 10 छात्र/छात्रा होने पर उस भाषा का शिक्षक नियुक्त कर दिया जाता था । प्रदर्शनकारियों को *वेलफे़यर पार्टी ऑफ़ इंडिया* के *कोटा उत्तर वार्ड 52 से पार्षद मोहम्मद आसिम* ने भी संबोधित किया । उन्होंने उर्दू बचाने की लडा़ई में हर संभव सहयोग करने और इसके लिए किसी भी हद तक जाने की बात कही । *वेलफे़यर पार्टी* के *जि़ला महासचिव मुहम्मद खा़लिद* ने भी प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया । उन्होंने
उर्दू को न्याय दिलाने के लिए चुरू से दांडी तक हजा़र किलोमीटर पैदल