करौली. यहां सामान्य चिकित्सालय में शुक्रवार को एक बार फिर सोनोग्राफी व्यवस्था गड़बड़ा गई। चिकित्सालय प्रशासन के कुप्रबंधन के चलते आधे से भी कम रोगियों की सोनोग्राफी हो सकी, जिसके चलते रोगियों को निराश होकर लौटना पड़ा।
चिकित्सालय में दो सोनोलॉजिस्ट होने के बावजूद अव्यवस्था होने को लेकर रोगियों में भी नाराजगी नजर आई। वे बोले कि अस्पताल प्रबंधन की उदासीनता से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ती है। चार दिन पहले भी सोनोग्राफी नहीं हो सकी, जबकि शुक्रवार को महज 26 रोगियों को ही सोनोग्राफी के टोकन बांटे गए। इससे अन्य 30-35 रोगियों को बिना सोनोग्राफी कराए निराश लौटना पड़ा।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार चिकित्सालय में दो सोनोलॉजिस्ट हैं, जिनमें से एक चिकित्सक की करौली में ही सिलिकोसिस शिविर में ड्यूटी लगा दी गई, जबकि एक अन्य चिकित्सकको मेडिकल ज्यूरिस्ट का जिम्मा सौंप रखा है। ऐसे में आधे रोगियों की ही सोनोग्राफी हो सकी। गौरतलब है कि इस अव्यवस्था के चलते चार दिन पहले भी अस्पताल में रोगियों की सोनोग्राफी ही नहीं हो सकी थी।